अभी-अभी: डोकलाम में भारतीय जवानों ने फहराया तिरंगा, निकल गई चीन की साडी हेकड़ी और 500 मीटर पीछे हटा...
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नई
दिल्ली: China-India के
बीच डोकलाम पर चल रहे विवाद में अब एक नया मोड़ आ गया है। मीडिया रिपोर्ट के
मुताबिक इस मामले में भारत को कूटनीतिक जीत मिलती दिख रही है। खबर है कि चीन
डोकलाम में पीछे हटने की भारत की मांग को आंशिक रूप से मानने के लिए तैयार हो गया
है। इसके लिए उसने एक शर्त भी रखी है। हालांकि इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक
जानकारी नहीं प्राप्त हो सकी है।
बता दें कि गुरुवार
सुबह ही ये खबर आई थी कि चीन ने इस इलाके के आसपास अपने सैनिकों की संख्या को
बढ़ाते हुए 80 टैंट लगा दिए हैं। आपको बताते हैं कि China-India
की किस मांग को मानने के लिए सहमत हुआ है और उसने इसके लिए भारत के
सामने क्या शर्त रखी है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) डोकलाम के विवादित प्वाइंट से 500 मीटर पीछे हटने को तैयार है। भारतीय
सेना ने चीनी सेना से डोकलाम से 250 मीटर पीछे जाने को कहा था। लेकिन चीन की तरफ
से कहा गया है कि उनकी सेना विवादित स्थल से 500 मीटर पीछे हटने को तैयार है लेकिन
भारतीय सेना को भी पूर्व स्थिति पर लौटना होगा।
डोकलाम पर तनातनी के
बीच भारतीय सेना ने गांव खाली करने के दिए आदेश :
खबरों की मानें तो
चीन के इस कदम को दोनों द्वारा शांतिपूर्ण ढंग से हल करने की पहल के रूप में देखा
जा सकता है। चीन के इस संवाद और सहमति का सीधा सा मतलब इतना है कि डोकलाम विवाद से
दोनों ही देश सम्मानजनक विदाई चाहते हैं।
गुरुवार सुबह खबर आई
थी कि डोकलाम में जहां दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हैं उससे करीब एक किलोमीटर
के दायरे में चीन ने 80 टैंट लगा दिए हैं। चीनी सेना पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA)
की तरफ से डोकलाम में ये बड़ी तैयारी मानी जा रही है। हालांकि यहां
भारत सेना ने करीब 350 सैनिकों को तैनात किया है जो करीब 30 टैंट में रह रहे हैं।
जबकि अब चीनी सेना के 100 मीटर पीछे हटने पर सहमत होने की खबर आ रही है।
ये दोनों ही खबरें
विरोधाभासी हैं क्योंकि एक में चीन अपने सैनिकों को तैयार कर रहा है तो दूसरे में
पीछे हटने की बात कही गई है। लेकिन हमें गौर करना चाहिए कि चीन भारत से किसी भी
मामले में सीधा टकराव नहीं चाहेगा। क्योंकि चीन की अर्थव्यवस्था के लिए भारतीय
बाजार काफी अहम है।
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